कवि देव का जीवन परिचय, रचनाएं, भाषा शैली / kavi Dev ka jivan Parichay rachnaen Bhasha shaili 

kabhi Dev ka jivan Parichay rachnaen Bhasha shaili  रीतिकाल के प्रमुख कवि देव का जन्म सन 1673 ईस्वी में उत्तर प्रदेश के इटावा नगर में हुआ। इनका पूरा नाम देवदत्त…

Continue Readingकवि देव का जीवन परिचय, रचनाएं, भाषा शैली / kavi Dev ka jivan Parichay rachnaen Bhasha shaili 

IGNOU MPS Assignment 2025 अधिकारों की प्रकृति और अर्थ पर चर्चा कीजिए? Adhikaron ki prakriti aur Arth per charcha kijiye

अधिकार वस्तुत दावे हैं परंतु हर दावा अधिकार नहीं हो सकता है क्योंकि कोई भी दावा अधिकार नहीं है यदि वह मान्यता प्राप्त नहीं हैं। दावे जब समाज द्वारा मान्य…

Continue ReadingIGNOU MPS Assignment 2025 अधिकारों की प्रकृति और अर्थ पर चर्चा कीजिए? Adhikaron ki prakriti aur Arth per charcha kijiye

Amarkant jivan parichay |अमरकांत जीवन परिचय

 अमरकांत(amarkant jivan parichay) जी का जन्म 1 जुलाई 1925 को उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के बागलपुर(नागरा) नामक गांव में हुआ था इनका वास्तविक नाम श्री राम वर्मा है 1948…

Continue ReadingAmarkant jivan parichay |अमरकांत जीवन परिचय

भारतीय संविधान में महिलाओं के लिए कौन से अधिकार दिए गए हैं ‌| Bhartiya sanvidhan mai mahilaon ke liye kaun se Adhikar Diye Gaye Hain

स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात देश में महिलाओं की सामाजिक आर्थिक एवं राजनीतिक दृष्टिकोण से विकास के समान अवसर प्रदान करने तथा उन्हें विकास के मार्ग में प्रशस्त करने के लिए…

Continue Readingभारतीय संविधान में महिलाओं के लिए कौन से अधिकार दिए गए हैं ‌| Bhartiya sanvidhan mai mahilaon ke liye kaun se Adhikar Diye Gaye Hain

स्ववृत्त और आवेदन पत्र में क्या अंतर है उदाहरण सहित लिखिए|Sabvrit aur aavedan Patra mein antar

स्ववृत्त का तो बना बनाया प्रारुप होता है जिसे प्रत्येक विज्ञापन के साथ भेज दिया जाता है स्ववृत्त में यद्यपि समस्त सूचनाएं होती है किंतु इससे यह पता नहीं चलता…

Continue Readingस्ववृत्त और आवेदन पत्र में क्या अंतर है उदाहरण सहित लिखिए|Sabvrit aur aavedan Patra mein antar

क्या भारत विभाजन को टाला जा सकता था वर्णन कीजिए | Kya Bharat vibhajan ko Tala ja sakta tha

भारत विभाजन को टाला जा सकता था या नहीं‌? यह एक विवाद का विषय है। इस विषय पर दो तरह के विचार है कुछ लोगों का मानना है भारत विभाजन…

Continue Readingक्या भारत विभाजन को टाला जा सकता था वर्णन कीजिए | Kya Bharat vibhajan ko Tala ja sakta tha

भाषा का अर्थ, परिभाषा व उसकी प्रकृति | Bhasha ka Arth paribhasha v prakriti

भाषा ईश्वर द्वारा मनुष्य को दिया गया एक वरदान है क्योंकि भाषा ही मनुष्य को पशु पक्षियों से अलग बनाती है और भाषा के द्वारा ही मनुष्य अपने भावों व…

Continue Readingभाषा का अर्थ, परिभाषा व उसकी प्रकृति | Bhasha ka Arth paribhasha v prakriti

कवि सूरदास जीवन परिचय|surdas ji ka jivan parichay

surdas ji ka jivan parichay कवि सूरदास का जीवन परिचय हिंदी साहित्य के कृष्ण भक्ति शाखा के प्रमुख कवि सूरदास जी (Kavi Surdas) का जन्म 1478 ईस्वी में दिल्ली के…

Continue Readingकवि सूरदास जीवन परिचय|surdas ji ka jivan parichay

रामधारी सिंह दिनकर जीवन परिचय|jivan parichay of ramdhari singh dinkar

जीवन परिचय रामधारी सिंह दिनकर रामधारी सिंह दिनकर हिंदी के ऐसे ओजस्वी कवि हैं जिनके काव्य में सूर्य का ताप और लावे की गर्मी एक साथ दिखती है। रामधारी सिंह…

Continue Readingरामधारी सिंह दिनकर जीवन परिचय|jivan parichay of ramdhari singh dinkar